आर्मेचर रिएक्शन- डी सी जनरेटर पर लोड डालने से आर्मेचर में से लोड करंट बहता है तथा आर्मेचर में करन्ट बहने के कारण आर्मेचर भी अपना चुम्बकीय फ्लक्स उत्पन्न कर लेता है । यह फ्लक्स फील्ड में उत्पन्न चुम्बकीय फ्लक्स पर प्रभाव डालता है । अर्थात आर्मेचर फ्लक्स का फील्ड फ्लक्स पर पड़ने वाला प्रभाव आर्मेचर रिएक्शन कहलाताK है । आर्मेचर रिएक्शन द्वारा फील्ड पोलों का चुम्बकीय फ्लक्स कम हो जाता है  जिसके कारण आर्मेचर में पैदा होने वाली EMF का मान कम हो जाता है । अतः आर्मेचर में उत्पन्न चुम्बकीय फील्ड का मुख्य फील्ड पर पड़ने वाला प्रभाव Armature Reaction कहलाता है ।

आर्मेचर रिएक्शन के प्रभाव ( effects of armature reaction ) - 
1 उत्पन्न EMF का मान कम हो जाता है ।
2 फील्ड पोलों की चुम्बकीय शक्ति कम हो जाती है ।
3 कम्यूटेटर पर स्पार्किंग बढ़ जाती है ।

आर्मेचर रिएक्शन से निवारण ( remedies of armature reaction )-
1 रॉकर आर्म द्वारा ब्रशों को आर्मेचर के घूमने की दिशा में MNA की नई दिशा में स्थापित करना ।
2 फील्ड वाइंडिंग में अतिरिक्त टर्न बढ़ा देना ।
3 पोलों के सिरे पर रिलैक्टेन्से बढ़ा देना ।
4 पोलों की पत्तियों का फैलाव बढ़ा देना ।