The Rivers of Himachal Pradesh - हिमाचल प्रदेश की नदियों के प्रवेश स्थान -
सतलुज नदी ( शिपकी ) किन्नौर जिले से हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करती है । तथा किन्नौर जिले को छोड़ कर ( चुराह ) शिमला जिले में प्रवेश करके बिलासपुर जिले से निकलती हुई भाखड़ा गाँव से पंजाब में प्रवेश करती है ।
यमुना नदी खोदरी माजरी में हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करती है तथा ताजेवाला में हिमाचल प्रदेश को छोड़ कर हरियाणा में प्रवेश करती है ।
व्यास नदी कुल्लू जिले के बजौरा से मंडी जिले में प्रवेश करती है तथा मंडी जिले के संधोल से निकल कर काँगड़ा जिले में प्रवेश करती है ।
रावी नदी ( बड़ा भंगाल ) काँगड़ा से निकल कर चम्बा में प्रवेश करती है तथा चम्बा के खैरी नामक स्थान में हिमाचल प्रदेश को छोड़ कर जम्मू कश्मीर प्रवेश करती है ।
चिनाब नदी लाहौल-स्पीति जिले से बहती हुई भुरजिंद में चम्बा जिले में प्रवेश करती है तथा  संसारी नाले से चम्बा को छोड़ कर कश्मीर में प्रवेश कर जाती है ।
शिक्कड़ी नदी रोहड़ू में बब्बर नदी से मिलती है । यह पब्बर की सहायक नदी है ।
आंध्रा नदी चीड़गाँव से निकल कर पब्बर नदी में मिलती है ।
पब्बर नदी चांशल चोटी से निकाल कर टोंस नदी में मिलती है ।
टोंस नदी रूपीन व सूपिन नदियों के संगम से बानी है । टोंस नदी यमुना नदी की सहायक नदी है ।
बास्पा नदी सांगला घाटी किन्नौर से गुजरती हुई कल्पा में सतलुज नदी में जा मिलती है ।
चंद्रा और भगा नदियां टाण्डी नामक स्थान पर संगम करके चिनाब नदी का रूप ले लेती कई । चिनाब नदी को चंद्राभागा नदी के नाम से भी जाना जाता है ।